Wednesday, February 19, 2020

नई SUV से मारुति को टक्कर देने की तैयारी में रेनॉ February 19, 2020 at 12:46AM

केतन ठक्कर, मुंबईफ्रांस की कार कंपनी रेनॉ इंडिया मास मार्केट सेगमेंट में मार्केट लीडर से 10 पर्सेंट से अधिक हिस्सेदारी हथियाने में सफल रही है। Renault अब मारुति को अगले 12-24 महीनों में एंट्री लेवल एसयूवी, सिडैन और इलेक्ट्रिक वीइकल से टक्कर देने की कोशिश में है। रेनॉ 4.9-6.6 लाख रुपये की कीमत में कॉम्पैक्ट एमपीवी Triber लॉन्च करके मार्केट में हलचल मचा चुकी है। इस मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि फ्रांसीसी कंपनी अब इसी रेंज में काफी आकर्षक कीमत पर छोटी और सिडैन पेश करने वाली है। ईटी को दिए हालिया इंटरव्यू में ग्रुप रेनॉ में अफ्रीका, मिडल ईस्ट और इंडिया-पैसिफिक रीजन के चेयरमैन फ्रैब्रिस कैंबोलिव ने बताया कि कंपनी इंडियन मास मार्केट सब-सेगमेंट बनाना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘हम नए रास्ते बनाते रहेंगे। हमारा एक तुरुप का इक्का ऐसे सेगमेंट में आएगा, जो अभी मौजूद नहीं है। मैं फिलहाल इतनी ही जानकारी दे सकता हूं। हम सब-सेगमेंट या बॉडी वेरियंट पर दांव लगा रहे हैं, जिनकी अभी मौजूदगी नहीं है। यही चीज हमने ट्राइबर के साथ की थी।’ ब्रेजा और डिजायर की टक्कर में दो नई कारें कॉमन मॉड्यूल फैमिली A (CMF-A) प्लैटफॉर्म पर आधारित रेनॉ की सब-कॉम्पैक्ट एसयूवी को HBC कोडनाम दिया गया है। यह 2020 के फेस्टिव सीजन तक मार्केट में दस्तक दे सकती है। कंपनी अपनी 1 लाख यूनिट सालाना बिक्री में 50 हजार गाड़ियां और जुड़ने की उम्मीद कर रही है। रेनॉ की नई एसयूवी महिंद्रा की KUV100 और मारुति की विटारा ब्रेजा के बीच के सेगमेंट में आ सकती है। इसके बाद XBA-EV नाम से इलेक्ट्रिक क्विड आएगी, जो काफी ज्यादा लोकलाइज्ड होगी। वहीं, सिडैन का कोड नाम LBA है, जो 2022 के ऑटो एक्सपो तक तैयार हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि इसका मुकाबला मारुति की डिजायर से हो सकता है। रेनॉ के लिए भारत शीर्ष 10 बाजारों में शामिल रेनॉ के लिए भारत 2019 में शीर्ष 10 बाजारों में शामिल हो गया। कंपनी का फोकस मास सेगमेंट पर है, जिसने इसे काफी फायदा पहुंचाया है। रेनॉ ने पहले से ही आने वाले कुछ वर्षों में बिक्री को दोगुना करके 2 लाख यूनिट सालाना करने का लक्ष्य रखा है। पढ़ें: किफायती कारों पर फोकस जब ईटी ने कैंबोलिव से ग्राहकों को अपग्रेड करने के लिए और अधिक उत्पाद, यानी 8 लाख रुपये से ऊपर के पेश करने की योजना के बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, ‘हमें कीमत के मोर्चे पर ज्यादा दूर नहीं जाना है, क्योंकि भारतीय खरीदारों की परचेजिंग पावर यही है और यह इस वक्त दबाव में भी है। हमने देखा भी है कि मूल्य निर्धारण पर बहुत अधिक जोर देने पर बाजार गिर जाता है। हम जानते हैं कि भारतीय खरीदार कनेक्टिविटी व सेफ्टी चाहते हैं और हमें नए मानकों पर भी खरा उतरना है। हम ज्यादा प्रतिस्पर्धी प्रॉडक्ट्स पेश करने के लिए लोकलाइजेशन पर ज्यादा फोकस करेंगे।’ पढ़ें:

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