Tuesday, March 31, 2020

BS-VI एमिशन नॉर्म्स आज से लागू, जानें इसके बारे में सबकुछ March 31, 2020 at 04:29PM

नई दिल्लीBS-VI एमिशन नॉर्म्स आज, यानी 1 अप्रैल से देश में लागू हो गए। यह वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक बड़ा तकनीकी कदम है। इससे पहले 31 मार्च तक देश में BS-IV एमिशन नॉर्म्स लागू थे। आप भी लंबे समय से और जैसे शब्द सुन रहे होंगे, लेकिन शायद ही आपको पता हो कि ये नॉर्म्स क्या हैं और नए नॉर्म्स लागू होने से क्या बदल जाएगा। आइए आपको इसके बारे में डीटेल में बताते हैं। BS क्या है? भारत सरकार मोटर वीइकल्स से प्रदूषकों (पलूटेंट्स) के उत्पादन को नियंत्रित करने के लिए मानक तय करती है। इसे बीएस, यानी भारत स्टेज कहा जाता है। ये मानक केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत निर्धारित किए जाते हैं। प्रमुख प्रदूषक अब यह समझना जरूरी है कि मोटर वीइकल से किन प्रमुख प्रदूषकों का उत्पादन होता है। पेट्रोल-डीजल इंजन मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), हाइड्रोकार्बन (HC) और नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NOx) का प्रॉडक्शन करते हैं। इनके अलावा पार्टिकुलेट मैटर (PM) या कार्बन सुट डीजल के साथ-साथ डायरेक्ट-इंजेक्शन पेट्रोल इंजन का एक अन्य बाय-प्रॉडक्ट है। BS4 के बाद सीधे BS6 क्यों?भारत में पहली बार साल 2000 में ‘India 2000’ नाम से एमिशन नॉर्म्स लागू किए गए। इसके बाद साल 2005 में BS2 और 2010 में BS3 को लागू किया गया था। देश में BS4 एमिशन नॉर्म्स साल 2017 में लागू हुए। बढ़ते पलूशन लेवल और लंबे गैप को देखते हुए BS5 को छोड़कर सीधे BS6 एमिशन नॉर्म्स लागू करने का निर्णय लिया गया। बीएस4 और बीएस6 एमिशन लिमिट में क्या फर्क है? BS6 एमिशन नॉर्म्स अपेक्षाकृत सख्त हैं। बीएस4 की तुलना में इसमें NOx का लेवल पेट्रोल इंजन के लिए 25 पर्सेंट और डीजल इंजन के लिए 68 पर्सेंट कम है। इसके अलावा डीजल इंजन के HC + NOx की लिमिट 43 पर्सेंट और पीएम लेवल की लिमिट 82 पर्सेंट कम की गई है। इस टारगेट को पूरा करने के लिए बीएस6 कम्प्लायंट इंजन में मॉडर्न टेक्नॉलजी का इस्तेमाल किया जाता है। क्या बीएस4 गाड़ियां बीएस6 फ्यूल से चलेंगी? इसका जवाब है हां। बीएस4 कम्प्लायंट वीइकल बीएस6 फ्यूल पर बिना किसी समस्या के चल सकते हैं, खासकर अगर यह पेट्रोल कार है। डीजल इंजन में फ्यूल में सल्फर कॉन्टेंट फ्यूल इंजेक्टर के लिए लूब्रिकेंट के रूप में कार्य करते हैं। बीएस4 फ्यूल की तुलना में बीएस6 फ्यूल में सल्फर कॉन्टेंट पांच गुना कम है। इसके चलते लूब्रिकेंट की कमी की वजह से लंबे समय बाद फ्यूल इंजेक्टर में खामी आ सकती है। क्या बीएस6 गाड़ियां बीएस4 फ्यूल से चलेंगी? यहां भी लगभग ऊपर जैसी स्थिति ही है। पेट्रोल इंजन में कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि इसका फ्यूल कम्पोजिशन बहुत अलग नहीं है। मगर डीजल इंजन के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता है। जब बीएस6 इंजन बीएस4 फ्यूल पर चलता है, तो यह उत्सर्जन में वृद्धि करेगा, ईंधन इकॉनमी को कम करेगा और फ्यूल डिलिवरी सिस्टम में भी समस्या पैदा कर सकता है। बीएस4 गाड़ियों का क्या होगा? 1 अप्रैल से बीएस6 लागू होने के साथ ही बीएस4 वीइकल्स की मैन्युफैक्चरिंग बंद हो जाएगी, यानी अब सिर्फ बीएस6 वीइकल्स बनेंगे। इसके साथ ही बीएस4 की सेल और इनका रजिस्ट्रेशन भी बंद होना था। मगर कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते देश भर में लॉकडाउन की वजह से सुप्रीम कोर्ट ने इसमें राहत दे दी है। दरअसल, लॉकडाउन को देखते हुए फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स असोसिएशन (FADA) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए इस डेडलाइन को आगे बढ़ाने की मांग की थी। कोर्ट ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद BS4 गाड़ियों को सेल करने के लिए 10 दिन की मोहलत दी है। इसका मतलब 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद 24 तारीख तक कंपनियां बीएस4 वीइकल सेल कर सकती हैं। पढ़ें: हालांकि, कोर्ट ने यह भी कहा है कि बढ़े हुए 10 दिनों में BS4 के पूरे स्टॉक का 10 फीसदी ही सेल किया जाएगा और दिल्ली-एनसीआर में BS4 वाहनों की सेल नहीं होगी। वहीं, जिनके पास बीएस4 गाड़ियां हैं, वे पहले की तरह सामान्य रूप से चलती रहेंगी। पढ़ें:

India drives into BS-VI era with air pollution control in mind March 31, 2020 at 06:12AM

India is all set to enter the strict BS-VI emission era from Tuesday midnight with Indian automobile industry pumping in around Rs 70,0000 crore in the last four years to upgrade its technology. While auto companies put in around Rs 40,000 crore to upgrade their facilities and products, the auto component industry chipped in with an investment of Rs 30,000 crore for the same.

अब घर बैठे खरीदें कार, मिलेगी होम डिलिवरी March 31, 2020 at 12:57AM

नई दिल्ली की नई खरीदना चाह रहे हैं, लेकिन देश भर में लॉकडाउन के चलते डीलरशिप पर पहुंचकर कार नहीं खरीद पा रहे हैं, तो परेशान न हों। टाटा ऐसे ग्राहकों के लिए ऑनलाइन बुकिंग और की सुविधा लेकर आया है। दरअसल, कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से देश भर में लॉकडाउन है, जिसके चलते अन्य सेक्टर की तरह ऑटोमोबाइल सेक्टर का बिजनस भी प्रभावित हुआ है। ऐसे में लॉकडाउन के दौरान कंपनियों ने ऑनलाइन प्री-बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी है, जिसमें अब भी शामिल हो गया है। टाटा मोटर्स ने हाल में एक वीडियो जारी किया, जिसमें ऑनलाइन कार खरीदने के प्रॉसेस को बताया गया है। ऑनलाइन कार खरीदने के लिए आपको टाटा की ऑफिशल वेबसाइट पर जाना होगा। यहां अपनी पसंदीदा कार, एरिया और पसंदीदा डीलर सिलेक्ट करके कार को ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। टोकन अमाउंट टियागो फेसलिफ्ट के लिए 5 हजार से शुरू है, जो टाटा हैरियर बीएस6 के लिए 30 हजार तक जाता है। कैसे मिलेगी ऑफर्स, कीमत और फाइनैंसिंग ऑप्शन की जानकारी? बुकिंग हो जाने के बाद डीलर आपको कार खरीदने का प्रॉसेस शुरू करने के लिए कॉल करेगा। सेल्स कंसल्टेंट आपको बेस्ट ऑफर्स, कीमत और फाइनैंसिंग ऑप्शन की जानकारी देगा। साथ ही अगर आप पुरानी कार ऐक्सचेंज करके नई कार खरीदना चाह रहे हैं, तो वह आपको पुरानी कार की अनुमानित कीमत भी बताएगा। यह सब कुछ ईमेल और विडियो कॉल के माध्यम से ऑनलाइन होगा। प्रॉसेस पूरा होने के बाद आपको कार डिलीवरी की डेट मिलेगी। आप चाहें तो डीलरशिप पर जाकर कार ले सकते हैं, या अपने घर पर डिलिवरी मंगा सकते हैं। नीचे विडियो में देखें पूरा प्रॉसेस: पढ़ें: लॉकडाउन खत्म होने के बाद मिलेगी डिलिवरी ग्राहक टाटा टियागो, अल्ट्रॉज, टिगोर, नेक्सॉन और हैरियर को ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। सभी मॉडल वीडियो ब्रोशर के साथ आते हैं, जो आपको यह तय करने में मदद करते हैं कि कौन सी कार सिलेक्ट करें। ये सभी बीएस6 कम्प्लायंट मॉडल हैं। इनका रजिस्ट्रेशन और डिलिवरी प्रॉसेस 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगा। बता दें कि अगर आप बीएस4 कार खरीद चुके हैं और लॉकडाउन की वजह से रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है, तो लॉकडाउन खत्म होने के बाद 24 अप्रैल से पहले रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पढ़ें:

रॉयल एनफील्ड बुलेट का नया अवतार, जानें कीमत March 30, 2020 at 11:36PM

नई दिल्ली ने बीएस6 कम्प्लायंट लॉन्च कर दी। अपडेटेड बाइक तीन वेरियंट- स्टैंडर्ड, ES (इलेक्ट्रिक स्टार्ट) और टोन्ड-डाउन में आई है। की शुरुआती कीमत 1.21 लाख रुपये है। बीएस4 मॉडल की तुलना में इसकी कीमत वेरियंट के आधार पर 5 हजार से 6,800 रुपये तक बढ़ी है। बीएस6 कम्प्लायंट बुलेट 350 के स्टैंडर्ड वेरियंट की कीमत 1.27 लाख रुपये है। यह दो कलर ऑप्शन- ब्लैक और फॉरेस्ट ग्रीन में उपलब्ध है। बाइक के इलेक्ट्रिक स्टार्ट वेरियंट का दाम 1.37 लाख रुपये है। इसमें कलर के तीन ऑप्शन हैं, जिनमें रॉयल ब्लू, जेट ब्लैक और रीगल रेड शामिल हैं। वहीं, 1.21 लाख रुपये कीमत वाले टोन्ड-डाउन वेरियंट में दो कलर ऑप्शन-ऑनिक्स ब्लैक और बुलेट सिल्वर हैं। लॉकडाउन खत्म होने के बाद शुरू होगी डिलिवरी बीएस6 रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 की बुकिंग शुरू है। कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से फिलहाल देश भर में लॉकडाउन है। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद बाइक की डिलिवरी अप्रैल के आखिर या मई में शुरू होने की उम्मीद है। पावर पावर की बात करें, तो बुलेट 350 में अब फ्यूल-इंजेक्शन टेक्नॉलजी के साथ बीएस6 कम्प्लायंट 346cc, एयर-कूल्ड इंजन दिया गया है। यह इंजन 5250rpm पर 19.3PS का पावर और 4000rpm पर 28Nm टॉर्क जेनरेट करता है। इंजन 5-स्पीड गियरबॉक्स से लैस है। बढ़ गया वजन बीएस4 मॉडल की तुलना में बीएस6 कम्प्लायंट बुलेट 350 के स्टैंडर्ड और इलेक्ट्रिक स्टार्ट वेरियंट का वजन क्रमश: 1 किलोग्राम और 2 किलोग्राम ज्यादा है। इंजन अपग्रेड करने के अलावा बाइक में कोई और बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। पढ़ें: ब्रेकिंग और सस्पेंशन बुलेट 350 के अपडेटेड मॉडल में भी बीएस4 वर्जन की तरह फ्रंट में 35mm टेलेस्कोपिक और रियर में ट्विन शॉक अब्जॉर्बर सस्पेंशन दिए गए हैं। फ्रंट में 280mm डिस्क ब्रेक और रियर में 153mm ड्रम ब्रेक हैं। बाइक सिंगल चैनल एबीएस से लैस है। पढ़ें:

नई होंडा सिटी का क्रैश टेस्ट, जानें कितनी सुरक्षित है कार March 30, 2020 at 09:46PM

नई दिल्लीनई Honda City को के क्रैश टेस्ट में पूरी 5-स्टार रेटिंग मिली है। कार को अडल्ट प्रोटेक्शन के लिए 44.83 पॉइंट, चाइल्ड प्रोक्टेक्शन के लिए 22.82 पॉइंट और सेफ्टी असिस्ट टेक्नॉलजी के लिए 18.89 पॉइंट मिले हैं। भारत में जल्द लॉन्च होने वाली है। नई सिटी को फ्रंटल ऑफसेट इम्पैक्ट और साइड इम्पैक्ट टेस्ट में 100 पॉइंट में से 86.54 पॉइंट मिले हैं। टेस्ट किया मॉडल 6-एयरबैग्स, वीइकल स्टैबिलिटी असिस्ट (VSA), एबीएस, ईबीडी, इमर्जेंसी स्टॉप सिग्नल, हिल स्टार्ट असिस्ट और मल्टी व्यू रियर कैमरा से लैस है। कार का G-CON (जी-फोर्स कंट्रोल बॉडी स्ट्रक्चर) इसकी सेफ्टी को और बढ़ाता है। बता दें कि होंडा सिटी के थाईलैंड में बिकने वाले मॉडल का क्रैश टेस्ट किया गया है। भारत में आने वाली नई होंडा सिटी की डिजाइन थाईलैंड में बिकने वाले मॉडल से थोड़ी अलग होगी। कार फुल एलईडी लाइटिंग, सनरूफ और 16-इंच अलॉय वील्ज के साथ आएगी। ये फीचर्स इसके टॉप वेरियंट में मिलेंगे। नई सिटी में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम समेत कुछ क्लास-लीडिंग फीचर्स भी होंगे। पुराने मॉडल से लंबी नई होंडा सिटी पुराने मॉडल से बड़ी है। इसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई क्रमश: 4549mm, 1748mm और 1489mm है। वीलबेस पहले की तरह 2600mm ही है, जबकि वजह करीब 65 किलोग्राम ज्यादा है। पढ़ें: पावर भारतीय बाजार में आने वाली नई होंडा सिटी में 119hp पावर वाला 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन मिलेगा। इसके साथ 5-स्पीड मैन्युअल और CVT ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के ऑप्शन होंगे। कार में 100hp पावर वाले 1.5-लीटर डीजल इंजन का ऑप्शन भी मिलेगा। दोनों इंजन बीएस6 कम्प्लायंट होंगे। इनके अलावा कार में माइल्ड-हाइब्रिड टेक्नॉलजी के साथ 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन भी मिलने की उम्मीद है, जो लॉन्चिंग के कुछ समय बाद दिया जा सकता है। पढ़ें: