Monday, January 31, 2022

24 घंटों में इन 5 बड़ी चुनौतियों से कैसे निपटेगी मोदी सरकार? January 31, 2022 at 03:31AM

नई दिल्ली।Union Budget 2022: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) मंगलवार को संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी। कोरोना काल के दौरान पेश होने वाला यह बजट कई मायनों में काफी अहम है, जहां हर सेक्टर की काफी उम्मीदें है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाली मोदी 2.0 के लिए यह बजट काफी चुनौती भरा है। इस दौरान ऑटो इंडस्ट्री की निगाहें भी इस बजट पर टिकी हुई हैं। दरअसल, कोरोना काल में जिन सेक्टर्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है उनमें ऑटो सेक्टर भी शामिल है। बता दें कि देश की अर्थव्यवस्था पर ऑटो सेक्टर का बड़ा असर है। यह सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र है। ऐसे में आज हम आपको वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और मोदी सरकार की उन 5 बड़ी चुनौतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका सामना उन्हें इस बजट में करना है।

Union Budget 2022: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) के सामने ऑटो इंडस्ट्री से जुड़ी ये हैं 5 बड़ी चुनौतियां


24 घंटों में इन 5 बड़ी चुनौतियों से कैसे निपटेगी मोदी सरकार?

नई दिल्ली।

Union Budget 2022: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) मंगलवार को संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी। कोरोना काल के दौरान पेश होने वाला यह बजट कई मायनों में काफी अहम है, जहां हर सेक्टर की काफी उम्मीदें है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाली मोदी 2.0 के लिए यह बजट काफी चुनौती भरा है। इस दौरान ऑटो इंडस्ट्री की निगाहें भी इस बजट पर टिकी हुई हैं। दरअसल, कोरोना काल में जिन सेक्टर्स को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है उनमें ऑटो सेक्टर भी शामिल है। बता दें कि देश की अर्थव्यवस्था पर ऑटो सेक्टर का बड़ा असर है। यह सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र है। ऐसे में आज हम आपको वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और मोदी सरकार की उन 5 बड़ी चुनौतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका सामना उन्हें इस बजट में करना है।



क्या वाहनों पर घटेगी GST की दर
क्या वाहनों पर घटेगी GST की दर

वाहनों पर 28 से 60 फीसदी तक का जीएसटी टैक्स लगाया जाता है। यह टैक्स अलग-अलग वाहनों की कैटेगरी पर अलग-अलग होता है। ऐसे में वाहन कंपनियों की तरफ से पिछले काफी समय से मांग की जा रही है कि सरकार वाहनों पर जीएसटी की दर को घटाए। हालांकि, यह मांग पिछले तीन सालों से की जा रही है, लेकिन सरकार की तरफ से टैक्स की दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।



कैसे बढ़ेंगे रोजगार के मौके?
कैसे बढ़ेंगे रोजगार के मौके?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पिछले साल अगस्त महीने में ऑटोमोटिव स्क्रैपेज नीति (Automotive Scrappage Policy) को लॉन्च किया था। सरकार के इस फैसले का बाजार ने खूब स्वागत किया। पीएम मोदी (PM Modi) ने इसे लॉन्च करते समय कहा था कि इस नीति से करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा और हजारों नौजवानों को रोजगार मिलेगा। दरअसल, कोरोना काल के दौरान ऑटो सेक्टर को भारी नुकसान हुआ। ऐसे में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए बाजार की निगाहें इस बजट पर टिकी हुई हैं।



इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को कैसे मिलेगा बढ़ावा?
इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को कैसे मिलेगा बढ़ावा?

साल 2019 में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ऐलान के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST की दर 12 फीसदी से घट कर 5 फीसदी हो गई थी। इलेक्ट्रिक वाहनों पर 7 फीसदी GST घटने से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई। ऐसे में ईवी निर्माताओं की तरफ से फिर से जीएसटी की दरों को घटाने की मांग की जा रही है। इसके अलावा कंपनियां बैटरी की कीमतों पर टैक्स को घटाने की भी मांग कर रही हैं।



चीन से कैसे बनेंगे आत्मनिर्भर? ​​​​​​​​ ​​​​
चीन से कैसे बनेंगे आत्मनिर्भर? ​​​​​​​​ ​​​​

भारतीय ऑटो सेक्टर ने चीन से साल 2018-19 में 4.75 अरब डॉलर के ऑटो पार्ट का आयात किया। जबकि, वाहनों को बनाने के लिए चीन से 60 फीसदी रॉ-मैटेरियल का आयात किया गया। जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय ऑटो सेक्टर में चीनी ऑटो पार्ट्स की 27 फीसदी हिस्सेदारी है। यही कारण है कि जब कोरोना के दौरान चीन से आयात बंद हो गया तब ऑटो इंडस्ट्री को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। दरअसल इस दौरान सप्लाई चैन रुक गई, जिससे भारतीय ऑटो सेक्टर में कलपुर्जों की कमी पड़ गई। चीन पर निर्भरता को ऐसे समझा जा सकता है कि भारत ने वाहनों को बनाने के लिए वित्तवर्ष 2018-19 में 17.6 अरब डॉलर के कलपुर्जो का आयात किया था, जिसमें चीन से से 25 फीसदी आयात किया गया था। दोबारा ऐसी नौबत न आए इसके लिए भारतीय कंपनियां दूसरे देशों पर अपनी निर्भरता को लगातार कम करने में लगी हैं। ऐसे में बाजार लगातार सरकार ने इस क्षेत्र में मदद की मांग करता आ रहा है। ऐसे में देखना है कि क्या ये मांग सरकार इस बजट में पूरा करेगी?



सरकार देगी कोई राहत
सरकार देगी कोई राहत

भारतीय ऑटो सेक्टर साल 2019 ने लगातार उतार चढ़ाव का सामना कर रहा है। ऐसे में बाजार की तरफ से लगातार आर्थिक मदद और टैक्स को घटाने की मांग की जा रही है। यह मांग कोरोना काल में और भी बढ़ गई है।




क्या 3 साल बाद फिर 'सरप्राइज' देने जा रही मोदी सरकार? रातों-रात हो सकते हैं ये बड़े बदलाव January 31, 2022 at 01:01AM

नई दिल्ली।Union Budget 2022 Live: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) अब से 24 घंटे में संसद में केंद्रीय बजट को पेश करेंगी। ऐसे में हर क्षेत्र की निगाहें सरकार की तरफ से की जाने वाले ऐलान पर टिकी हुई हैं। इसी कड़ी में ऑटो इंडस्ट्री भी शामिल है, जो साल 2019 से ही भारी उतार-चढ़ाव का सामना कर रही है। बता दें कि ऑटो इंडस्ट्री की स्थिती देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डालती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जो बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करता है। यही कारण है कि ऑटो सेक्टर को इस बजट से काफी उम्मीदें। लेकिन, क्या सरकार उन उम्मीदों को पूरा करेगी या फिर 3 साल पहले की तरह बाजार को एक बार फिर हैरान करेगी? ऐसे में आप सोच रहे ऐसा वो कौन सा कदम था, जो मोदी सरकार (PM Narendra Modi) ने तीन साल पहले उठाया था, तो आज हम आपको इसी क्रांतिकारी कदम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने बाजार को बदल दिया।

Union Budget 2022 Live: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) अब से 24 घंटे में संसद में केंद्रीय बजट को पेश करेंगी।


क्या 3 साल बाद फिर 'सरप्राइज' देने जा रही मोदी सरकार? रातों-रात हो सकते हैं ये बड़े बदलाव

नई दिल्ली।

Union Budget 2022 Live: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) अब से 24 घंटे में संसद में केंद्रीय बजट को पेश करेंगी। ऐसे में हर क्षेत्र की निगाहें सरकार की तरफ से की जाने वाले ऐलान पर टिकी हुई हैं। इसी कड़ी में ऑटो इंडस्ट्री भी शामिल है, जो साल 2019 से ही भारी उतार-चढ़ाव का सामना कर रही है। बता दें कि ऑटो इंडस्ट्री की स्थिती देश की अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डालती है। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जो बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करता है। यही कारण है कि ऑटो सेक्टर को इस बजट से काफी उम्मीदें। लेकिन, क्या सरकार उन उम्मीदों को पूरा करेगी या फिर 3 साल पहले की तरह बाजार को एक बार फिर हैरान करेगी? ऐसे में आप सोच रहे ऐसा वो कौन सा कदम था, जो मोदी सरकार (PM Narendra Modi) ने तीन साल पहले उठाया था, तो आज हम आपको इसी क्रांतिकारी कदम के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने बाजार को बदल दिया।



जब 3 साल पहले मोदी सरकार ने कर दिया था हैरान
जब 3 साल पहले मोदी सरकार ने कर दिया था हैरान

साल 2019 ऑटो सेक्टर के लिए काफी उतार चढ़ाव वाला था। बाजार को बजट से काफी उम्मीदें थी। माना जा रहा था कि सरकार वाहनों पर GST की दरों को घटा सकती है। लेकिन, मोदी सरकार ने तो कुछ और ही सोच रखा था। साल 2019 में मोदी सरकार ने बाजार को हौरान करते हुए IC वाहनों के बजाए इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट पर सौगातों की बारिश कर दी। केंद्र की मोदी सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST की दर को 12 फीसदी से घटा कर 5 फीसदी कर दिया। इसके अलावा संसद में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से कहा गया कि इलेक्ट्रिक वाहनों पर ब्याज चुकाने पर आयकर में 1.5 लाख रुपए की अतिरिक्त छूट दी जाएगी।



एक झटके में सस्ते हो गए इलेक्ट्रिक वाहन
एक झटके में सस्ते हो गए इलेक्ट्रिक वाहन

इलेक्ट्रिक वाहनों पर 7 फीसदी GST की दर घटाने का असर दिखा। इस फैसले से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई। इलेक्ट्रिक कारों की कीमतों में 1 लाख रुपये से भी ज्यादा गिरावट आई।



मोदी सरकार का क्रांतिकारी फैसला
मोदी सरकार का क्रांतिकारी फैसला

साल 2019 में जब वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी की दर को घटाने का ऐलान किया। वैसे ही इस सेक्टर की तरफ तेजी से सबका ध्यान गया। यह कहना गलत नहीं होगा कि इलेक्ट्रिक वाहनों के सेगमेंट में यह सरकार का ऐतिहासिक फैसला साबित हुआ। इसके बाद से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें सस्ती हुईं। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों को बनाने वाली कंपनियों के हौसले भी तेजी से बढ़ें। इन सबसे के बीच पहली बार इलेक्ट्रिक वाहन आम आदमी के बजट में आने लगे। हालांकि, तभी ईवी की कीमतें काफी ज्यादा थीं।



Fame II सब्सिडी से हुआ बड़ा बदलाव
Fame II सब्सिडी से हुआ बड़ा बदलाव

पिछले साल जून महीने में केंद्र सरकार ने FAME II नीति में संशोधन (FAME-II Scheme Amendment) किया। इसके कारण इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर जो सब्सिडी 10,000 रुपये प्रति kWh मिलती थी, वो बढ़ कर 15,000 रुपये प्रति kWh तक हो गई। FAME II नीति में संशोधन के कारण इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों पर पहले के मुकाबले ज्यादा सब्सिडी (Fame Subsidy on Electric Vehicle) मिलने लगी है। ज्यादा सब्सिडी (FAME II Subsidy) की वजह से देश में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन तेजी से सस्ते होने लगे हैं।



​3 साल बाद फिर हैरान करेगी मोदी सरकार?
​3 साल बाद फिर हैरान करेगी मोदी सरकार?

केंद्र सरकार की तरफ से लगातार देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं की मांग है कि सरकार जीएसटी की दरों में फिर कटौती करे। इसके अलावा बाजार की मांग यह भी है कि सरकार इलेक्ट्रिक कंमोनेंट्स की कीमतों से भी टैक्स घटाए। अगर ऐसा होता है तो इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में एक बार फिर भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।




देसी बाइक रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 अब इन दो बड़े देशों में लॉन्च, भारत से इतनी ज्यादा है कीमत January 31, 2022 at 02:22AM

नई दिल्ली।Royal Enfield Classic 350 Price: भारत समेत दुनिया के कई देशों में जलवा बिखेरने के बाद अब रॉयल एनफील्ड की बेस्ट सेलिंग मोटरसाइकल ऑल न्यू क्लासिक 350 की अब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड देशों में भी एंट्री हो गई है। रॉयल एनफील्ड ने अपना दायरा बढ़ाते हुए अब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के मार्केट में अपनी धांसू बाइक रॉयल एनफील्ड लॉन्च कर दी है, जिसके बाद कंपनी का विदेशों में पोर्टफोलियो और भी मजबूत हो गया है। हाल के दिनों में यूके और फिलिपींस में नई क्लासिक 350 लॉन्च के बाद रॉयल एनफील्ड ने नए महादेश में अपनी पॉपुलर बाइक पेश की है। ये भी पढ़ें- कीमतें भारत से कितनी ज्यादा?आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में मुकाबले ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दोगुनी महंगी है। जी हां, आपको रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 के हर वेरिएंट्स की कीमत बताने जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2022 Royal Enfield Classic 350 Halcyon सीरीज बाइक्स की कीमत करीब 4.21 लाख रुपये है। वहीं Royal Enfield Classic 350 Signals Series बाइक्स की कीमत 4.37 लाख रुपये है। Royal Enfield Classic 350 Dark Series बाइक्स की कीमत 4.58 लाख रुपये और Royal Enfield Classic 350 Chrome Series बाइक्स की कीमत 4.63 लाख रुपये है। ये भी पढ़ें- बेहतर इंजन और फीचर्स वाली नई क्लासिक 350आपको बता दें कि रॉयल एनफील्ड ने पिछले साल सितंबर में अपनी बेस्ट सेलिंग बाइक क्लासिक 350 को अपडेट किया था, जिसमें पूरी तरह नया इंजन लगा था और कई खास फीचर्स भी जोड़े गए थे। भारत में इसके सभी वेरिएंट्स की कीमतें 1.87 लाख रुपये से लेकर 2.18 लाख रुपये हैं। रॉयल एनफील्ड ने पिछले साल ही कह दिया था कि वह विदेशी मार्केट में काफी तेजी से पैर पसारने की कोशिश में लगी है और इसके तरह हर साल 4 नई बाइक भारत समेत अन्य देशों में लॉन्च की जाएगी। फिलहाल कंपनी इस साल जल्द ही भारत में रॉयल एनफील्ड स्क्रैम 411, सुपर मीटियॉर 650 और हंटर 350 जैसी बाइक लॉन्च करने की तैयारी में लगी है। ये भी पढ़ें-

ऐक्टर अर्जुन कपूर ने अपने नए सफर के साथी की दिखाई झलक, जिसकी कीमत और खासियत शानदार January 31, 2022 at 01:14AM

नई दिल्ली। Ducati Scrambler 1100: बॉलीवुड स्टार्स की बाइक के प्रति दीवानगी से पूरी दुनिया वाकिफ है। मुंबई की सड़कों पर जॉन अब्राहम, सलमान खान, शाहिद कपूर, कुणाल खेमू समेत ढेरों फिल्म और फिल्म स्टार अपनी महंगी बाइक्स के साथ देखे जाते हैं। अब इन्हीं नामों में एक और फेमस नाम जुड़ गया है और वो हैं, अर्जुन कपूर। जी हां, पानीपत और भूत पुलिस समेत अन्य फिल्मों में अपनी अदाकारी का जादू दिखाने के साथ ही अपनी गर्लफ्रेंड मलाइका अरोड़ा से रिश्ते को लेकर भी फेमस अर्जुन कपूर ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये अपने ‘नए दोस्त’ की झलक दिखाई है, जो कि डुकाटी स्क्रैम्बलर 1100 बाइक है। ये भी पढ़ें- 13 लाख रुपये से ज्यादा की बाइकअर्जुन कपूर ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिये अपनी नई बाइक को दुनिया के सामने पेश किया है और कैप्शन भी लिखा है कि मेरे नए दोस्त से मिलिए, जिसे मैं हर वीकेंड मिलने और सफर करने की कोशिश करता हूं। अर्जुन कपूर की नई बाइक को देखकर उनकी बहन अंशुला कपूर और दोस्त रणवीर सिंह ने कमेंट किया है। अर्जुन कपूर अपनी महंगी कारों के लिए भी काफी पॉपुलर हैं। फिलहाल आपको हम अर्जुन की नई बाइक के बारे में बताएं तो डुकाटी स्क्रैम्बलर 1100 की भारत में कीमत 13 लाख रुपये से लेकर 15.3 लाख रुपये (एक्स शोरूम) तक है। यह बाइक कंप्लीट बिल्ड यूनिट के रूप में भारत आती है। ये भी पढ़ें- पावर और फीचर्सअर्जुन कपूर की नई बाइक Ducati Scrambler 1100 के लुक, फीचर्स और पावर की बात करें तो भारत में इस पावरफुल बाइक को ब्लैक और येलो कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। डुकाटी स्क्रैम्बलर सीरीज की इस सबसे बड़ी बाइक में 1,079 cc का एल-ट्विन लिक्विड कूल्ड इंजन लगा है, जो कि 86bhp तक की पावर और 88Nm टॉर्क जेनरेट कर सकता है। 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन वाली इस धांसू बाइक में 15 लीटर का फ्यूल टैंक दिया गया है। डुकाटी की इस बाइक के फ्रंट में पूरी तरह अडजस्टेबल मारजोकी सस्पेंशन और रियर में कायाबा मोनोशॉक सस्पेंशन देखने को मिलते हैं। स्क्रैम्बलर 1100 में मल्टीपल राइडिंग मोड्स, एबीएस, ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम और फुल कलर टीएफटी इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर समेत कई खूबियां हैं। ये भी पढ़ें-

बस थोड़ा इंतजार ! आ रही नई Maruti Wagon R, जानें कब होगी लॉन्च January 31, 2022 at 12:08AM

नई दिल्ली देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) अपनी बेहद पॉप्युलर हैचबैक (Maruti Suzuki Wagon R) का अपडेटेट फेसलिफ्ट (Maruti Suzuki ) लाने की तैयारी कर रही है। इस कार के फेसलिफ्ट वर्जन का बायर्स को काफी समय से इंतजार है और इसके बारे में लगातार रूमर्स और स्पाई शॉट्स आते रहे हैं। इस कार के करेंट जेनेरेशन मॉडल को कंपनी ने साल 2019 में लॉन्च किया था। अब इसके अपडेटेड वर्जन के लिए आपका इंतजार खत्म होने वाला है। कब लॉन्च होगा वैगन आर फेसलिफ्ट मॉडल कंपनी वैगन आर फेसलिफ्ट को अगले महीने यानी फरवरी में बाजार में उतारेगी। इस वर्जन में कार के इंटीरियर और एक्सटीरियर में कई कॉस्मेटिक चेंज देखने को मिलेंगे। इसके अलावा कुछ नए फीचर्स भी इसमें जोड़े जाएंगे। मारुति सुजुकी वैगनR के डायमेंशन की बात करें, तो इसकी लंबाई 3655 मिलीमीटर, चौड़ाई 1620 मिलीमीटर और ऊंचाई 1675 मिलीमीटर है। वहीं, इसका व्हीलबेस 2435 मिलीमीटर है। भारतीय बाजार में मारुति Wagon R कुल 8 वैरिएंट्स में उपलब्ध है। इनमें LXI 1.0L, LXI CNG 1.0L, VXI 1.0L, VXI AGS 1.0L,VXI 1.2L , VXI AGS 1.2L, ZXI 1.2L और ZXI AGS 1.2L शामिल हैं। इन वैरिएंट्स में पेट्रोल और सीएनजी दोनों ही मॉडल शामिल हैं।

Tata Nexon EV का साल 2021 में बजा डंका, एमजी और ह्यूंदै की इलेक्ट्रिक एसयूवी रह गईं पीछे January 30, 2022 at 11:56PM

नई दिल्ली।Tata Nexon EV Best Selling Elcctric In India: भारत में इलेक्ट्रिक कार खरीदने वालों की संख्या तो काफी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन उनके लिए ऑप्शंस बेहद सीमित है। जी हां, भारत में फिलहाल काफी कम इलेक्ट्रिक कारें हैं, जिनमें ज्यादातर एसयूवी सेगमेंट की हैं। इन इलेक्ट्रिक कारों में देसी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक एसयूवी टाटा नेक्सॉन ईवी की ही बादशाहत है। उसके बाद टाटा की ही इलेक्ट्रिक सिडैन टाटा टिगोर ईवी भी लॉन्च के बाद से धमाल मचा रही है। बाद बाकी एमजी मोटर इंडिया की एमजी जेडएस ईवी, ह्यूंदै मोटर्स की कोना इलेक्ट्रिक और महिंद्रा की महिंद्रा ई-वरीटो जैसी इलेक्ट्रिक कारें हैं। इसके बाद तो सभी महंदी इलेक्ट्रिक कार और एसयूवी है, जो प्रीमियम रेंज की है। ये भी पढ़ें- टाटा नेक्सॉन ईवी सबकी फेवरेटआप जानना चाह रहे होंगे कि आखिरकार भारत में किस कंपनी का इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में जलवा और कौन से मॉडल की सबसे ज्यादा बिक्री होती है। बीते साल, यानी 2021 के सभी महीनों के आंकड़े देखें तो पिछले टाटा नेक्सॉन ईवी टॉप सेलिंग इलेक्ट्रिक कार रही, जिसकी जनवरी से दिसंबर 2021 के दौरान कुल 9,111 यूनिट बिकी। साल 2020 में नेक्सॉन ईवी की महज 2529 यूनिट बिकी थी, यानी साल 2021 में इसमें 260 फीसदी की ग्रोथ हुई। इसके बाद बेस्ट सेलिंग इलेक्ट्रिक कारों की लिस्ट में एमजी जेडएस ईवी इलेक्ट्रिक एसयूवी रही, जिसकी पिछले साल कुल 2,798 यूनिट बिकी। एमजी जेडएस ईवी की साल 202 में महज 1142 यूनिट बिकी थी, यानी साल 2021 में इसमें 145 फीसदी की तेजी देखने को मिली। ये भी पढ़ें- टाटा, ह्यूंदै और महिंद्रा ईवीभारत में बजट सेगमेंट की बेस्ट सेलिंग इलेक्ट्रिक एसयूवी की लिस्ट में तीसरे नंबर पर टाटा टिगोर ईवी रही, जिसकी कुल 2611 यूनिट बिकी। इसके बाद ह्यूंदै कोना ईवी का नंबर है, जिसकी कुल 121 यूनिट साल 2021 में बिकी और साल 2020 की 223 यूनिट सेल के मुकाबले 45 फीसदी कम है। लिस्ट में पांचवें नंबर पर महिंद्रा ई-वरीटो है, जिसकी महज 49 यूनिट पिछले साल बिकी है यह साल 2020 के मुकाबले 80 फीसदी कम है। आपको बता दें कि टाटा नेक्सॉन के आगे बाकी सभी इलेक्ट्रिक कारें फिसड्डी हो जा रही हैं। अब इस साल ह्यूंदै मोटर्स और एमजी मोटर अपनी इलेक्ट्रिक एसयूवी को अपडेट कर रही है और बेहतर बैटरी रेंज के साथ पेश करने वाली है। ये भी पढ़ें- जरा इनकी कीमतें भी देख लेंआपको भारत में सबसे ज्यादा बिकने वालीं इन इलेक्ट्रिक कारों की कीमत बताएं तो Tata Nexon EVT की कीमत 14.29 लाख रुपये से लेकर 16.90 लाख रुपये (एक्स शोरूम) तक है। Tata Tigor EV की कीमत 11.99 लाख रुपये से लेकर 13.14 लाख रुपये तक है। MG ZS EV की कीमत 21.49 लाख रुपये से लेकर 25.18 लाख रुपये तक है। Hyundai Kona Electric की कीमत 23.79 लाख रुपये से लेकर 23.97 लाख रुपये तक है। Mahindra E Verito की कीमत 10.15 लाख रुपये से लेकर 10.49 लाख रुपये तक है। ये सभी एक्स शोरूम प्राइस हैं। ये भी पढ़ें-

​Union Budget 2022: इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री की क्या है बजट से उम्मीदें, जानें ईवी निर्माताओं के सुझाव January 30, 2022 at 09:23PM

नई दिल्ली।Union Budget 2022: मंगलवार को यानी कि 1 फरवरी 2022 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण () संसद में सुबह के 11 बजे केंद्रीय बजट पेश करेंगी। इस दौरान इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग को मोदी सरकार से काफी उम्मीदें हैं। दरअसल, साल 2019 में मोदी सरकार ने ईवी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी की दर को 12 फीसदी से घटा कर 5 फीसदी कर दिया था। इसके बाद से ही लगातार केंद्र सरकार की तरफ से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बजट में सरकार इलेक्ट्रिक उद्योग को फिर से कोई नई सौगात दे सकती है। ऐसे में जानते हैं कि ईवी निर्माताओं की सरकार से क्या उम्मीदें हैं। इलेक्ट्रिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में हो सुधार सिंपल एनर्जी के सीईओ और फाउंडर सुहास राजकुमार ने कहा सरकार FAME और अन्य योजनाओं के जरिए इलेक्ट्रिक वाहन के बिजनेस को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। ताकि इस फिल्ड में सस्ती कीमतों पर बेहतर प्रोडक्ट तैयार करने में मदद मिल सके। इससे लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने के लिए बढ़ावा दिया जा रहा है। यही कारण है कि इलेक्ट्रिक वाहनों में ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। हालांकि, परफॉर्मेंस के संबंध में उम्मीदें अधिक बनी हुई हैं। चूंकि इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग के बुनियादी ढांचे की सामान्य कमी के बारे में चिंता बनी हुई है, इसलिए सरकार को इस क्षेत्र को आगे बढ़ाने की जरूरत है। बजट से, हम इलेक्ट्रिक वाहन वर्टिकल में अधिक राहत की उम्मीद करते हैं क्योंकि हम कंपोनेंट की बढ़ती कीमतों और सेमीकंडक्टर की कमी से प्रभावित हुए हैं। बजट को ईवी खिलाड़ियों के सहयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए और सरकार की स्वच्छ ईंधन दृष्टि की ओर अधिक धन का उपयोग करना चाहिए। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को बड़े पैमाने पर अपनाने की सुविधा के लिए, हमें एक निर्बाध ईवी बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है जो बहुत अधिक सक्षम और कनेक्टेड, टिकाऊ और अधिक बुद्धिमान गतिशीलता परिदृश्य है। इलेक्ट्रिक वाहनों पर कम हो GST ओमेगा सेकी मोबिलिटी के अध्यक्ष और संस्थापक उदय नारंग ने कहा, “भारत के बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के एक हिस्से के रूप में, हम आशा करते हैं कि केंद्रीय बजट में GST दरों को कम करना शामिल है। कच्चे माल, विशेष रूप से ईवी खिलाड़ियों के लिए। ऑटो कंपोनेंट्स पर जीएसटी को कम करते हुए आरएंडडी और स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकास के लिए समर्थन एफएम की एजेंडा सूची में सबसे ऊपर होना चाहिए। स्वच्छ वायु अभियान के लिए धन आवंटित करना, जिसे स्वच्छ भारत मिशन के तहत बेहतर जागरूकता पैदा करने और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को अपनाने में सुधार के लिए लाया जा सकता है। रेट्रोफिट बाइक पर मिले छूट बाउंस के सीईओ और सह-संस्थापक विवेकानंद हालेकेरे ने कहा सरकार ने धारा 80EEB की शुरुआत की थी, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों पर 150,000 रुपये की लोन पर ब्याज की छूट दी गई थी। हालांकि हम सरकार से रेट्रोफिट बाइक (इंटरनल कम्बशन इंजन- ICE बाइक को EV में परिवर्तित) पर फायदा देने का आग्रह करते हैं। इसके अलावा, अगर ईवी में बड़े पैमाने पर परिवर्तन को एक वास्तविकता बनना है, तो फेम के तहत सब्सिडी लाभ को रेट्रोफिट बाइक तक भी बढ़ाया जाना चाहिए। IC वाहनों पर GST की दर 28 फीसदी है। जबकि, इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST की दर 5 फीसदी है, जो एक स्वागत योग्य कदम है, हालांकि बुनियादी ढांचा सेवाओं, बैटरी और सभी संबंधित इनपुट को चार्ज करने पर जीएसटी दरों को संरेखित करने की आवश्यकता है, क्योंकि यह वर्तमान में 18 फीसदी है।