Sunday, April 4, 2021

कोरोना काल में जानें कैसे भारतीय किसानों के ट्रैक्टर बने देश के संकटमोचक? पढ़ें हैरान करने वाले आंकड़े April 04, 2021 at 12:05AM

नई दिल्ली। भारत एक किसान प्रधान देश है, जहां आज भी 50 फीसदी से ज्यादा आबादी सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है। ऐसे में किसानों का सबसे बड़ा दोस्त और उनकी ताकत है। यही, कारण है कि जब कोरोना काल में सभी वाहन कंपनियों की बिक्री में ऐतिसाहिक गिरावट दर्ज की जा रही थी, तब देश में ट्रैक्टर कंपनियां बंपर फायदे में थी। पूरे कोरोना काल में में लगातार इजाफा हुआ। यही कारण था कि लगभग सभी ट्रैक्टर कंपनियां इस दौरान फायदे में रहीं। ट्रैक्टरों की बिक्री की अहमियत को इस तरह से समझा जा सकता है कि पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा बिक्री कोरोना काल में हुई है। यही कारण है कि कोरोना काल में भी देश में कृषि क्षेत्र लगातार बढ़ता रहा। आज हम आपको पिछले 10 सालों में हुई ट्रैक्टरों की बिक्री के बारे में बताने जा रहे हैं। हम आपको साल 2010 से लेकर साल 2020 तक हुई ट्रैक्टरों की बिक्री के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके बाद आप खुद यह तय कर सकेंगे कि कैसे पिछले एक दशक में देश का किसान मजबूत हुआ है। तो डालते हैं एक नजर...
10 सालों की बिक्री ट्रैक्टरों की बिक्री बिक्री में कितना अंतर आया
2010 4,70,369
2011 5,55,536 18 फीसदी बढ़ी बिक्री
2012 5,43,855 2 फीसदी घटी बिक्री
2013 6,35,769 17 फीसदी बढ़ी बिक्री
2014 6,12,326 4 फीसदी घटी बिक्री
2015 5,01,389 18 फीसदी घटी बिक्री
2016 5,69,066 13 फीसदी बढ़ी बिक्री
2017 6,77,975 19 फीसदी बढ़ी बिक्री
2018 7,89,473 16 फीसदी बढ़ी बिक्री
2019 7,23,518 8 फीसदी घटी बिक्री
2020 8,02,670 11 फीसदी बढ़ी बिक्री
पिछले 10 सालों में भारत में ट्रैक्टरों की बिक्री लगभग दोगुनी हो गई है। साल 2010 में जहां 4,70,369 ट्रैक्टरों की भारतीय बाजार में बिक्री हुई थी। वहीं, साल 2020 तक आते-आते यह बिक्री बढ़ कर 8,02,670 हो गई।

No comments:

Post a Comment