नई दिल्ली। भारत में बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों का असर अब दिखने लगा है। फरवरी महीने में देश में ईंधन की खपत में भारी गिरावट दर्ज की गई, जो यह साफ बताता है कि लोगों ने बढ़ी कीमतों के बाद फ्यूल की खपत में कटौती की है। इस गिरावट को ऐसे समझा जा सकता है कि पिछले साल के सितंबर महीने के बाद इस साल फरवरी महीने में देश में सबसे कम ईंधन की खपत हुई है। बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश है, जो तेल का आयात करता है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक मंत्रालय के पेट्रोल प्लेनिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) की तरफ से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2020 के मुकाबले इस साल फरवरी महीने में ईंधन की खपत में 4.9 फीसदी की साल-दर-साल गिरावट दर्ज की गई है। भारत में फरवरी 2021 में 17.2 मिलियन टन ईंधन की खपत हुई। वहीं, जनवरी 2021 की तुलना में फरवरी 2021 में ईंधन की खपत में 4.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इससे पहले पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को असर इस साल जनवरी महीने में देखने को मिला था, जहां पिछले 5 महीनों में ईंधन की सबसे कम खपत हुई थी। पेट्रोल की बिक्री में आई भारी गिरावट फरवरी 2020 की तुलना में फरवरी 2021 में पेट्रोल या गैसोलीन की बिक्री में 3 फीसदी की साल-दर-साल गिरावट दर्ज की गई है। जबकि, जनवरी 2021 की तुलना में पेट्रोल की खपत में 6.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। बता दें कि फरवरी 2021 में भारत में 2.44 मिलियन टन गैसोलीन या पेट्रोल की बिक्री हुई। डीजल की बिक्री में भी आई गिरावट भारत की अर्थव्यवस्था पर डीजल की कीमतों का बड़ा असर पड़ता है। भारत में कुल ईंधन का 40 फीसदी हिस्सा डीजल के तौर पर खपत किया जाता है। फरवरी 2020 की तुलना में फरवरी 2021 में डीजल की बिक्री में 8 फीसदी की भारी साल-दर-साल गिरावट दर्ज की गई। जबकि, जनवरी 2021 की तुलना में डीजल की खपत में 3.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। बता दें कि फरवरी 2021 में भारत में 6.55 मिलियन टन डीजल की बिक्री हुई। LPG की बिक्री बढ़ी फरवरी 2021 में लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) की बिक्री में 7.6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। इस महीने LPG के 2.27 मिलियन टन की बिक्री हुई।
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