Friday, May 14, 2021

कोरोना की दूसरी लहर से हुए नुकसान से कब तब उबर पाएगा भारतीय ऑटो सेक्टर? May 13, 2021 at 10:15PM

नई दिल्ली। के लिए साल 2019 चुनौती भरा रहा। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि साल 2020 में हालात सुधरेंगे, लेकिन साल के तीसरे ही महीने में कोरोना की देश में एंट्री हुई और मार्च के आखिरी सप्ताह में केंद्र सरकार को पूरे देशभर में लॉकडाउन लगाना पड़ा। इस फैसले से ऑटो सेक्टर को जबरदस्त नुकसान हुआ। हालांकि, जून 2020 से हालात सुधरने लगे और साल के अंत तक सभी वाहन कंपनियों की बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऐसे में जैसे ही ऑटो सेक्टर ने रफ्तार पकड़नी शुरू ही की थी कि ने फिर से देश को झटका दे दिया। पिछले साल के मुकाबले कोरोना की दूसरी लहर ने बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। इस दौरान एक दिन में 4 लाख से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए। इसके चलते कई राज्यों में फिर से लॉकडाउन लगा दिया गया है। ऐसे में सवाल यह है कि इस लॉकडाउन का ऑटो सेक्टर और वाहनों की बिक्री पर कितना असर पड़ेगा? "ऑटो सेक्टर को उबरने में लग जाएंगे 2 साल" फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) के मुताबिक इस बार कोरोना छोटे शहरों और ग्रामिण इलाकों में भी पहुंच गया है, जिसके कारण ऑटो सेक्टर को वापस से रिकवर करने में काफी समय लगेगा। दरअसल, पिछले साल कोरोना के खतरे को देखते हुए भारतीय ग्राहकों ने भीड़ से बचने के लिए गाड़ियों की बंपर खरीदारी की थी, जिससे लॉकडाउन से हुए नुकसान से ऑटो सेक्टर तेजी से रिकवर करने लगा। लेकिन, इस बार कोरोना की दूसरी लहर ने गांव और छोटे शहरों को भी बुरी तरह से प्रभावित किया है, जिससे ऑटो सेक्टर को उबरने में काफी समय लगेगा। के मुताबिक मार्च 2019 में ऑटो सेक्टर की जो स्थिती थी, वहां तक आने में बाजार को 2 सालों का समय लग जाएगा। मार्च के मुकाबले 28 फीसदी घटी बिक्री FADA के मुताबिक मार्च महीने के मुकाबले अप्रैल महीने में वाहनों की खरीदारी में 28.1 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पैसेंजर, दोपहिया से लेकर तीनपहिया वाहन और कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई है। फाडा ने कहा कि अप्रैल 2021 में 11,85,374 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ। जबकि, मार्च 2020 में 16,49,678 वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ था। कोरोना ने बदला ग्राहकों का मूड मई महीने में वाहनों की खरादीरी की बात की जाए, तो FADA ने बताया है कि देश के कई राज्यों में लागू लॉकडाउन के कारण मई महीने के पहले 9 दिनों में ग्राहकों का रूख काफी ठंडा रहा है। FADA के मुताबिक जिन जगहों पर कार डीलरशिप्स खुले हैं वहां ग्राहकों के आने की संख्या में 30 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, जो ग्राहक मौजूदा समय में कार खरीदना चाहते थे, उन्होंने अपने फैसले को आगे के लिए टाल दिया है। कोरोना के कारण बंद हुए इन कंपनियों के कारखानें बता दें कि कोरोना के कारण देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) और देश की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन बनाने वाली कंपनी हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp) ने 16 मई तक अपने प्रोडक्शन प्लांट को अस्थाई रूप से बंद कर दिया है। इन कंपनी के प्रोडक्शन यूनिट में 16 मई तक वाहनों का प्रोडक्शन नहीं होगा।

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