नई दिल्ली। देश में पेट्रोल (Petrol prices) और डीजल (Diesel Prices) की कीमतें आए दिन नया रिकॉर्ड बना रही हैं और लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में इन दिनों इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की मांग में तेजी दर्ज की जा रही है। यही कारण है कि पिछले कुछ समय में वाहन कंपनियों की तरफ से भारतीय बाजार में कई इलेक्ट्रिक कारें और इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों को लॉन्च किया गया है। लेकिन, इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में आई तेजी का एक बड़ा कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी () की अगुवाई वाली Modi 2.0 की तरफ से लिए गए दो फैसले हैं। दरअसल, साल 2019 में मोदी सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी () की दरों को घटाया था, जिसके बाद ईवी सेगमेंट में वाहनों की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, हाल ही में सरकार की तरफ से फेम-2 नीति () में किए गए बदलाव से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में फिर बड़ी गिरावट आई है। ऐसे में आज हम आपको इन दोनों ही फैसलों के बारे में बताने जा रहे हैं। जब इलेक्ट्रिक वाहन पर घटी GST की दर साल 2019 में बजट पेश करने के दौरान वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST घटाने का ऐलान किया था।जुलाई 2019 में GST Council की 36वीं बैठक में इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST की दर को 12 फीसदी से घटा कर 5 फीसदी कर दिया गया, जो 1 अगस्त 2019 से पूरे देश में लागू हो गया।
- इलेक्ट्रिक वाहनों पर 7 फीसदी GST घटाने से अचानक इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भारी गिरावट आ गई। इस फैसले के पीछे का मकसद ग्राहकों और निर्माताओं में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उत्साह बढ़ाना था।
- FAME II नीति में संशोधन के बाद दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
No comments:
Post a Comment