डायमलर इंडिया कॉमर्शियल व्हीकल्स (Daimler India Commercial Vehicles-DICV) ने मदरसन ग्रुप (Motherson Group) के साथ साझेदारी में भारतबेंज ‘बीसेफ एक्सप्रेस’ (BharatBenz ‘) ट्रक को हाल ही में भारत में पेश किया है। यह एक स्पेशलाइज्ड रीफर ट्रक है, जिसे खास कोविड-19 वैक्सीन के सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन के लिए बनाया गया है। इसमें हाईटेक कनेक्टिविटी के साथ रेफ्रिजरेशन यूनिट्स दिए गए हैं, जिससे ट्रक में रखे वैक्सीन का तापमान स्थिर रहेगा। इस रीफर ट्रक और भारत में वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े सभी सवालों को लेकर हमने डायमलर इंडिया कॉमर्शियल व्हीकल के मैनेजिंग डायरेक्टर एंड सीईओ, सत्यकाम आर्य से EXCLUSIVE बातचीत की। ये रहे उस इंटरव्यू के कुछ अंश…. सवाल: आपको वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन के लिए रीफर ट्रक का ख्याल कब आया, जब देश में कोरोना महामारी की शुरुआत हुई या जब भारत में कोविड-19 वैक्सीन के ट्रायल को लेकर सकारात्मक परिणाम मिलने लगे? जवाब: इसका आइडिया हमें पहले से था। साल 2019 में हमने घोषणा कर दी थी कि अब हम एप्लीकेशन की तरफ जाएंगे। एप्लीकेशन का मतलब, जैसे कोल्डचैन इंडस्ट्री को क्या चाहिए। कोल्डचैन इंडस्ट्री में फार्मास्युटिकल, कैमिकल्स और फूड का ट्रांसपोर्टेशन आता है। हम ई-कॉमर्स के लिए अलग-अलग एप्लीकेशन के लिए प्रोडक्ट तैयार कर रहे थे। इसी बीच देश में कोरोना आ गया और फिर वैक्सीन के ट्रायल शुरू हो गए। हमने देखा की कोरोना के खिलाफ पूरी आबादी का टीकाकरण (वैक्सीनेशन) करना है। हमें लगा कि इसके लिए एक प्रोडक्ट की जरूरत है, जिसके बाद हमने तैयारी शुरू कर दी थी। सवाल: इस पूरे प्रोग्राम में रिसर्च और डिवलपमेंट (R&D) में आपकी तरफ से अकेले कितना निवेश किया गया है? जवाब: हमने इस प्रोग्राम में अलग से निवेश नहीं किया है, क्योंकि हमारे पास चीजें पहले से ही थी। हमारे पास रीफर के लिए भारतबेंज (BharatBenz) की चेसी पहले से ही मौजूद थी। इसी तरह, मदरसन (Motherson) ने अपने ग्रुप की तरफ से सारी तकनीक इक्ठ्ठी करके इसका सॉल्यूशन तैयार किया। सवाल: वैक्सीन डिलीवरी के लिए इस रीफर ट्रक को पूरी तरह से लोकल स्तर पर तैयार किया गया है। भारत सरकार भी इस दौरान लगातार आत्मनिर्भर मुहिम को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में क्या इस प्रोग्राम में आपको सरकार की तरफ से कोई मदद मिली है? जवाब: नहीं, हमने इस प्रोग्राम के लिए सरकार से कोई मदद नहीं ली है। यह प्रोग्राम हमने खुद बनाया है। जैसा कि हमने बताया कि हमारे 90 फीसदी प्रोडक्ट्स लोकल हैं और मदरसन की तरफ से भी यह सुनिश्चित किया गया है कि उन्होंने अपने ग्रुप की तरफ से तकनीक का इस्तेमाल किया है। ऐसे में यह पूरी तरह से लोकल प्रोडक्ट है। सवाल : आप जैसे निर्माताओं से अगर पूछा जाए कि सरकार से आपको किस तरह की मदद चाहिए, तो आपका जवाब क्या होगा? जवाब: हम सब सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह इस प्रोडक्ट की अहमियत समझे। अगर हमें सुरक्षित और सफल तरीके से हर किसी को वैक्सीनेट करना है, तो हमें ऐसे प्रोडक्ट की जरूरत है। इसके अलावा हम इस समय सभी ट्रांसपोर्ट कंपनियों से बात कर रहे हैं, जो कोल्डचैन ऑपरेट करती हैं और जो इस प्रोडक्ट को खरीद सकती हैं। सवाल : आपके जो प्रमुख खरीदार हैं क्या उनमें प्राइवेट प्लेयर्स भी शामिल हैं या आप पूरी तरह से सरकार को टारगेट कर रहे हैं? जवाब: हमारे जो प्रमुख खरीदार हैं वह प्राइवेट प्लेयर्स हैं। सवाल : भारत अपनी कोविड-19 वैक्सीन का निर्यात दूसरे देशों में भी कर रहा है, जिनमें पड़ोसी देश भी शामिल हैं। ऐसे में क्या आपको भारत से ज्यादा भारत के बाहर, अपने लिए एक बड़ा अवसर दिखाई दे रहा है? जवाब: नहीं, हम इसे इस तरह से नहीं देख रहे हैं। हम इस प्रोडक्ट को वहां ज्यादा देंगे, जहां इसकी जरूरत ज्यादा होगी। ऐसे में हमारे लिए भारत सबसे पहले आता है, क्योंकि यहां कि आबादी और मांग भी ज्यादा होगी। हम भारत से बाहर 50 देशों में अपने प्रोडक्ट का निर्यात करते हैं, हम इन देशों को भी अपना प्रोडक्ट देंगे। सवाल : इस पूरे कोरोना दौर में कॉमर्शियल वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे इस सेगमेंट को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। ऐसे में क्या अब आप इस प्रोडक्ट को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहे हैं और क्या आपको लगता है कि इससे एक बड़ा बदलाव आएगा? जवाब: मार्केट अभी पूरी तरह से रिकवर हो गया है। हमें लगता है कि 2021 में बाजार की हालात साल 2020 की तुलना में बहुत बेहतर होगा। जहां तर रीफर ट्रक का सवाल है, तो यह एक सेगमेंट है। इस सेगमेंट में वैक्सीन ट्रांसपोर्टेशन के कारण इस साल निश्चित रूप से भारी मांग आएगी। सवाल: जब कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया खत्म हो जाएगी, तब आप अपने इस पूरे प्रोग्राम को कैसे देख रहे हैं? जवाब: सबसे पहले टीकाकरण (वैक्सीनेशन) के प्रोग्राम में काफी समय लग जाएगा। आबादी को देखा जाए तो यह प्रक्रिया पूरी होने में एक साल से ज्यादा का समय लग जाएगा। इस एक साल में हमारे ट्रक का काफी इस्तेमाल होगा। इसके अलावा अगर आप रीफर सेगमेंट को देखें, जिसमें दूसरी चीजों का भी ट्रांसपोर्ट होता है। यहां क्षमता बढ़ाने की जरूरत महसूस की जा रही है। ऐसे में हम अपने प्रोडक्ट का फार्मास्युटिकल, वैक्सीन और फूड ट्रांसपोर्ट के लिए आगे इस्तेमाल कर सकते हैं।
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Tuesday, January 26, 2021
Exclusive: 1.3 अरब लोगों का टीकाकरण मानवता के लिए जरूरी, वैक्सीनेशन ट्रांसपोर्ट के लिए तैयार- विवेक चांद सहगल January 26, 2021 at 10:39AM
भारत में कोविड-19 वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए बनाया गया रीफर ट्रक भारतबेंज ‘बीसेफ एक्सप्रेस’ (BharatBenz ‘) देश में पेश हो चुका है। इसे डायमलर इंडिया कॉमर्शियल व्हीकल्स (Daimler India Commercial Vehicles-DICV) और मदरसन ग्रुप () की साझेदारी में तैयार किया गया है। इसमें हाईटेक कनेक्टिविटी के साथ रेफ्रिजरेशन यूनिट्स दिए गए हैं, जिससे ट्रक में रखे वैक्सीन का तापमान स्थिर रहेगा। BSafeExpress में -20 डिग्री तक का कोल्ड स्टोरेज मिलता है। इस रीफर ट्रक में इस्तेमाल की गई तकनीक को मदरसन की तरफ से तैयार किया गया है। हमने मदरसन ग्रुप के चेयरमैन विवेक चांद सहगल से EXCLUSIVE बातचीत की, जहां हमने उनसे कई सवाल किए। ये रहे उस इंटरव्यू के कुछ अंश…. सवाल: आपको कब लगा कि वैक्सीन को लेकर एक नया प्रोजेक्ट शुरू किया जाए? जवाब: इस पूरे प्रोजेक्ट के अंदर मदरसन (Motherson) की करीब 200 कंपनियां हैं, जो ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए अलग-अलग प्रोडक्ट्स बनाती हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए हमारे कस्टमर्स की तरफ से कहा गया कि हमें इस बारे में बहुत जल्द कुछ सोचना चाहिए। इसके बाद हमने इस प्रोजेक्ट से जुड़ी हमारी सभी कंपनियों के साथ मीटिंग की और फिर हमने एक सॉल्यूशन बनाया, जो हमारे ग्रहकों को बहुत पसंद आया। यह रीफर ट्रक उसी सॉन्यूशन का नतीजा है, जिसे मदरसन की तरफ से बनाया गया है। इसमें आप 2 टन से लेकर 42 टन तक का कंटेनर बना सकते हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत आप केवल 96 घंटों के अंदर अपना कंटेनर बना सकते हैं। सवाल: आपने ग्राहक (कस्टमर) की बात की, तो क्या इसमें सरकार भी शामिल है? जवाब: जहां तक मेरी जानकारी है, जितनी भी लॉजिस्टिक्स हैं उनमें सरकार शामिल नहीं है। जितनी भी मांग है उनमें प्राइवेट इंडस्ट्री शामिल है। इनमें हॉस्पिटल से लेकर सीरम इंस्टिट्यूट तक शामिल हैं, जिनकी डिमांड आएगी। सवाल: देश में जब करीब 1.3 अरब लोगों का टीकाकरण (वैक्सीनेशन) प्रोगाम शुरू होगा, तब जो भारी मांग आएगी उसके लिए आप कितने तैयार हैं? जवाब: 1.3 अरब लोगों का जब दो बार वैक्सीनेशन होगा, तब यह संख्या 2.6 अरब पहुंच जाएगी। हम वैक्सीनेशन ट्रांसपोर्ट की इस मांग के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सवाल: आपका यह पूरा प्रोग्राम लोकल-स्तर पर तैयार किया गया है। सरकार भी ‘Local for Vocal’ को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में क्या आपके इस प्रोग्राम में सरकार की तरफ से कोई मदद मिली है? जवाब: सरकार का एक पर्यावरण तैयार करना, इससे बड़ी मदद और क्या हो सकती है। जो वर्कफोर्स और वर्किंग एनवायरमेंट है, वह एक बड़ा योगदान है किसी भी देश का। मदरसन (Motherson) दुनिया के 42 देशों में है। हर देश में जो सरकार का फोकस एरिया है हम उसका पूरा सम्मान करते हैं। सवाल: क्या यह पूरा प्रोग्राम कोविड-19 के लिए ही तैयार किया गया है या आगे भी इसको लेकर कोई तैयारी है? जवाब: कोल्डचेन मैनुफेक्चरिंग में फूड, कैमिकल्स और फार्मास्युटिकल ट्रार्सपोर्टेशन आता है, तो यह केवल वैक्सीन के लिए नहीं है। जहां कहीं भी तापमान की सीमा होगी वहां इसकी जरूरत होगी। हम -20 डिग्री तक की कोल्डचैन सुविधा देते हैं। सवाल: भारत वैक्सीन का निर्यात कर रहा है और आने वाले समय में और भी ज्यादा निर्यात करने के लिए तैयार है। ऐसे में क्या आप इसे बड़े अवसर के तौर पर देख रहे हैं? जवाब: बिलकुल। यही कारण है कि हमारी कंपनियों ने इतनी जल्दी इसके ऊपर काम किया है। पहला तो यह मानवता के लिए भी एक बड़ा मुद्दा है। हमें बहुत ही कम समय में 1.3 अरब लोगों को 2.6 बार वैक्सीन लगाना है। ऐसे में यह मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसके बाद हम मुनाफे के बारे में देखते हैं। सवाल: इस पूरे प्रोग्राम में मदरसन की तरफ से अकेले कितना निवेश किया गया है? जवाब: इस पूरे प्रोग्राम में फंड्स की बात करें, तो इसमें शामिल सभी कंपनियां पहले से ही मौजूद थीं। ये सभी कंपनियां नॉर्मल प्रोडक्ट्स बना रहीं थी, लेकिन इस प्रोग्राम के लिए सभी ने खास योगदान दिया है। इस प्रोग्राम में सभी का साथ और योगदान है। जैसे, लाइटिंग, सेंसर, एयर कंडीशनिंग, और यहां तक की पेंट जो सूरज की रौशनी को रिफ्लेक्ट करता है, वह तक हमारा है। इन सभी को बनाने में बहुत मेहनत किया गया है। सवाल: क्या इस प्रोग्राम से आप कॉमर्शियल सेगमेंट को बढ़ते हुए देख रहे हैं, जिसे कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। जवाब: जी हां। लेकिन मुझे लगता है कि इस पूरे प्रोग्राम में बिजनेस एंगल से ज्यादा मानवता का मुद्दा बड़ा है। इस प्रोग्राम के तहत अगर हम लोगों को वैक्सीन या दवाइयां पहुंचाएं इससे बड़ा योगदान और क्या होगा। इसके अलावा जब मांग बढ़ेगी तो फायदा भी होगा।
ये हैं देश में 10 सबसे ज्यादा बिकने वाले दोपहिया वाहन, भारतीय बाजार में मचा रखी है धूम January 26, 2021 at 05:07AM
नई दिल्ली। अगर आप एक नई बाइक या स्कूटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो हमारी आज की यह खबर सिर्फ आपके लिए है। आज हम आपको उन 10 मोटरसाइकिलों और स्कूटरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें भारतीय बाजार में ग्राहकों की तरफ से सबसे ज्यादा खरीदा गया है। आज हम आपको देश के टॉप-10 बेस्ट सेलिंग दोपहिया वाहनों के बारे में बताने जा रहे हैं। इस खबर के बाद आप खुद यह तय कर सकेंगे कि जो बाइक या स्कूटर आपको पसंद है, उसे देश में कितना पसंद किया जा रहा है। तो डालते हैं एक नजर... नंबर 1-
- दिसंबर 2020 में इसके 1,94,930 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 1,93,726 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में 1 फीसदी ज्यादा मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई
- दिसंबर 2020 में इसके 1,41,168 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 1,38,951 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 2 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 1,34,077 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 51,31,899 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 2 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 75,421 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 50,931 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 48 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 59,923 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 45,669 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 31 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 56,003 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 51,066 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 10 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 40,154 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 37,495 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 7 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 39,321 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 29,121 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 35 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 38,435 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 36,184 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 6 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 36,624 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 26,960 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 36 फीसदी बढ़ी
देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली इन 10 मोटरसाइकिलों में कौन है आपको पसंद, पढ़ें पूरी लिस्ट January 26, 2021 at 02:26AM
आज हम आपको उन 10 मोटरसाइकिलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें भारतीय ग्राहकों की तरफ से सबसे ज्यादा खरीदा जा रहा है। ऐसे में अगर आप एक नई बाइक खरीदने की सोच रहे हैं, तो हमारी यह खबर आपके काम आ सकती है। हम आपको देश की टॉप-10 बेस्ट सेलिंग बाइक्स और उनकी बिक्री के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके बाद आप खुद यह तय कर सकेंगे कि जो बाइक आपको पसंद है, उसे देश में कितना पसंद किया जा रहा है। तो डालते हैं एक नजर... नंबर 1-
- दिसंबर 2020 में इसके 1,94,930 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 1,93,726 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में 1 फीसदी ज्यादा मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई
- दिसंबर 2020 में इसके 1,41,168 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 1,38,951 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 2 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 75,421 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 50,931 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- दिसंबर 2020 में साल दर साल बिक्री 48 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 56,003 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 51,066 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 10 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 39,321 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 29,121 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 35 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 36,624 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 26,960 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 36 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 30,740 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 35,914 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 14 फीसदी घटी
- दिसंबर 2020 में इसके 26,535 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 20,302 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 30 फीसदी बढ़ी
- दिसंबर 2020 में इसके 19,238 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 28,606 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 33 फीसदी घटी
- दिसंबर 2020 में इसके 14,161 यूनिट्स की बिक्री हुई
- दिसंबर 2029 में इसके 9,714 यूनिट्स की बिक्री हुई थी
- साल दर साल बिक्री 46 फीसदी बढ़ी
Kia Motors ने बनाया नया रेकॉर्ड, दर्ज की बंपर सेल January 25, 2021 at 09:46PM
नई दिल्ली की 2 लाख से ज्यादा कारें भारत में सेल हो चुकी है। कंपनी ने बहुत कम समय में यह आंकड़ा पार कर लिया है। कंपनी ने जुलाई 2020 में 1 लाख यूनिट्स का आंकड़ा पार कर लिया था। इसके बाद कंपनी ने सिर्फ अगले 6 महीने में 1 लाख यूनिट्स सेल कर दी। इस तरह यह किआ सबसे तेज 2 लाख यूनिट्स सेल करने वाली कंपनी बन गई है। किआ का पोर्टफोलियो किआ के पोर्टफोलियो में अभी कुछ ही कारें हैं पर इन सभी कारों को भारत में काफी पसंद किया। कंपनी मौजूदा समय में , और किया सॉनेट जैसी कारें हैं जिसमें सॉनेट कंपनी का लेटेस्ट प्रॉडक्ट है। किआ की इस कॉम्पैक्ट SUV को 10.25 इंच टचस्क्रीन इंफोटेंटमेंट के साथ पेश किया गया है। इसके अलावा इस कार में Bose का 7 स्पीकर सिस्टम, इलेक्ट्रिक सनरूफ, फ्रंट वेंटिलेटेड सीट्स दी गई हैं। इस कनेक्टेड कार को स्मार्टवॉच से भी कनेक्ट किया जा सकता है। किआ ने इस कार को 3 इंजन ऑप्शन के साथ पेश किया है। इसके अलावा इस कार के साथ आपको 5 स्पीड मैनुअल, सिक्स स्पीड मैनुअल, 6 स्पीड AT और 6 स्पीड iMT का ऑप्शन मिलता है। GT Line को 1.0 लीटर पेट्रोल इंजन और 1.5 लीटर टर्बो डीजल इंजन वेरियंट्स मिलते हैं। किआ की इस कार में कई शानदार सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं। इसमें 6 एयरबैग, ABS के EBD, फ्रंट और रियर पार्किंग सेंसर, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), ऑटो हेडलाइट, ब्रेक असिस्ट (BA), इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), हिस असिस्ट कंट्रोल (HAC) जैसे बेहद आधुनिक फीचर्स शामिल है।
थोड़ा इंतजार, भारत में मारुति लॉन्च करेगी 3 धांसू एसयूवी January 26, 2021 at 12:14AM
नई दिल्ली भारत में कोविड 19 आउटब्रेक के बावजूद मारुति सुजुकी ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में बड़े मार्केट शेयर पर कब्जा करने में कामयाब रही। एंट्री लेवल कार सेगमेंट कंपनी को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने नई कार खरीदने में दिलचस्पी दिखाई। यहां हम आपको मारुति की उन कारों के बारे में बताएंगे जो अगले 2 सालों में भारत में लॉन्च होंगी। नेक्स्ट जेनेरेशन विटारा ब्रेजा यह कंपनी की बेहद पॉप्युलर कॉम्पैक्ट एसयूवी है। इस कार के नेक्स्ट जेनेरेशन मॉडल को इस साल की तीसरी तिमाही में लॉन्च किया जाएगा। यानी इस कार की लॉन्चिंग इस साल दिवाली से पहले हो जाएगी। मारुति सुजकी जिम्नी 5 डोर भारत में यह कंपनी की ऑफरोडर एसयूवी है जो 5 डोर के साथ आने वाली है। भारत में इस कार के 3 डोर वेरियंट का प्रॉडक्टशन शुरू हो चुका है। जिसका निर्यात दूसरे देशों में भी किया जा रहा है। मारुति-टोयोटा की मिड साइज एसयूवी मारुति और टोयोटा के जॉइंट वेंचर के तहत नई मिड साइज एसयूवी ला रही है। भारत में इस कार की टक्कर ह्यूंदै क्रेटा और किआ सेल्टॉस जैसी कारों से होगी। कार का प्रॉडक्शन टोयोटा कंपनी के बिदाड़ी प्लांट में किया जाएगा।
3 Series vs 3 Series Gran Limousine? Which BMW to pick January 25, 2021 at 08:24PM
Apart from the competition it faces in the Indian market, the BMW 3 Series Gran Limousine also has to compete within the family with the standard 3 Series model and prove that it does stand apart in terms of various aspects like design, handling, features and most importantly, the comfort quotient.
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