नई दिल्ली।भारत में हेलमेट इंडस्ट्री में देसी कंपनी Studds ने अपनी प्रमुख जगह बना ली है और हर साल लाखों हेलमेट के प्रोडक्शन और सेल के साथ ही एक्सपोर्ट पर भी फोकस किया जा रहा है। हाल ही में दिल्ली स्थित करोलबाग में Studds Exclusive Brand Outlet (EBO) खुला है, जहां हर तरह के रेंज के हेलमेट उपलब्ध हैं और जल्द ही मार्केट में स्टड्स के राइडिंग गियर भी लॉन्च किए जाएंगे। हमने स्डट्स के एमडी सिद्धार्थ भूषण खुराना से इंटरव्यू किया और भारत में हेल्मेट इंडस्ट्री के साथ ही सेफ्टी, बिजनेस प्लान समेत अन्य जरूरी बातें जानने की कोशिश की कि जो बाइक लवर्स और राइडिंग के वक्त सेफ्टी नॉर्म्स का ध्यान रखने वालों के लिए बेहद जरूरी है। देखें डीटेल। ये भी पढ़ें- सवाल: Studds के एक्सपेंशन को लेकर इस साल आपने क्या प्लान किया है? जवाब: हमने इस साल बहुत कुछ प्लान किया है, जिसमें खासकर प्रोडक्शन बढ़ाने पर जोर है। पहले हम हर साल 60 लाख हेलमेट बनाते थे, अब हमारी कैपेसिटी है 1.2 करोड़ हेलमेट बनाने की। इस साल हम 90 लाख हेलमेट बनाएंगे। अगले साल और ज्यादा एक्सपेंशन की हमारी कोशिश थी, अगले साल हम अन्य फेज में और ज्यादा कुछ करेंगे। ये भी पढ़ें- सवाल: Helmet Industry में क्या कुछ नया आने वाला है, क्या कुछ बेहतर किया जा सकता है, इसपर आप क्या कहेंगे? जवाब: हेलमेट इंडस्ट्री में आगे चलकर बहुत कुछ नया होने वाला है, जिनमें स्मार्ट हेलमेट पर जोर दिया जाएगा। मुझे लगता है कि आज से 5 साल बाद 25 पर्सेंट लोग स्मार्ट हेलमेट खरीदना चाहेंगे, जिनमें ब्लूटूथ और कैमरा देखने को मिलेंगे। सारी डिवेलपमेंट इलेक्ट्रॉनिक साइट पर हो रही है। सेफ्टी साइड पर गवर्नमेंट ने कुछ स्टैंडर्ड चेंज किया है, जिनकी वजह से हेलमेट हल्के हो गए हैं, जो कि कस्टमर के लिए अच्छा है। ये भी पढ़ें- सवाल: हेलमेट में Certification और Ventilation जैसी बातों की अहमियत बताएं? जवाब: सर्टिफिकेशन मुख्य रूप से ये है कि गवर्नमेंट मिनिमम स्टैंडर्ड सेट करती है और कंपनियां इस बात का ध्यान रखती हैं, लेकिन जो अच्छी और बड़ी कंपनियां हैं, वो सिर्फ इन्हीं बातों तक सीमित नहीं रहती और कई सेफ्टी मेजर्स का ध्यान रखती हैं। वहीं वेंटिलेशन की बात करें तो इंडिया जैसी कंट्री में कोई फुल फेस हेलमेट लगाकर बाइक चला रहा/रही है तो उसे स्वेटिंग होती है। हाल ही में गवर्नमेंट ने जो नॉर्म्स सेट किए हैं, उनमें वेंटिलेशन के साथ ही हेलमेट का वजन कम करने पर भी फोकस किया गया है, जो कि कस्टमर के लिए फायदेमंद है। ये भी पढ़ें- सवाल: Studds किस तरह सरकार की Make In India initiative को सपोर्ट कर रही है? आपने इस बारे में क्या सोचा है? जवाब: कोविड से पहले हमारा 2 पर्सेंट मटीरियल इंपोर्ट होता था, अब कोई मटीरियल इंपोर्ट नहीं हो रहा और कहें तो वह 2 पर्सेंट अब 0.1 पर्सेंट पर आ गया है। हम सारा मटीरियल इंडिया में ही खरीद रहे हैं और इंडिया में बना रहे हैं। सरकार ने इसके लिए हमारा उदाहरण भी दिया था। चीन से तो स्टड्स का इंपोर्ट जीरो हो गया है। ये भी पढ़ें- सवाल: कोरोना क्राइसिस की वजह से Auto Industry में जो मंदी आई थी, उसका जो भी प्रभाव पड़ा है, वो तो हम सब देख रहे हैं, साल 2021 ऑटो इंडस्ट्री के लिहाज से कैसा होगा, इसके बारे में आपकी राय जानना चाहूंगा। जवाब: कोरोना के आने की वजह से एक बात जो देखने को मिली, वो ये कि लोगों ने पब्लिक मोबिलिटी का इस्तेमाल कम किया और डर की वजह से लोग पर्सनल मोबिलिटी पर फोकस कर रहे हैं, ऐसे में उम्मीद कर रहे हैं कि यह साल ऑटोमोबिल और खासकर टू व्हीलर्स के लिए काफी अच्छा साबित तो सकता है। सरकार ने बजट में भी इन्फ्रास्ट्रक्टर पर काफी फोकस किया है। ये भी पढ़ें- सवाल: Studds डायरेक्टली या इनडायरेक्टली कितने लोगों को एंप्लॉय कर रही है और आगे एक्सपेंशन प्लान में Job Creattion के लिए आप क्या करने वाले हैं? जवाब: फिलहाल स्टड्स 2500 लोगों को डायरेक्टली एंप्लॉय कर रही है और इस साल के अंत तक यह आंकड़ा 3000 होने की उम्मीद है। वहीं इनडायरेक्ट एंप्लॉय की बात करें तो करीब 10 हजार लोग हममे संबद्ध हैं। सवाल: STUDDS की 2020 में ग्रोथ रिपोर्ट के बारे में बताना चाहेंगे? जवाब: कोविड के बावजूद साल 2020 में हमारी ग्रोथ रिपोर्ट अच्छी रही और करीब 10 पर्सेंट का ग्रोथ हमें हुआ। स्ट्डस कुछ ऐसी कंपनियों में है, जिसने कोविड क्राइसिस में भी ग्रो किया। ये भी पढ़ें- सवाल: Riding Gear और Helmet की डिमांड इनदिनों रॉयल एनफील्ड समेत और कंपनियों की बढ़ी हैं, ऐसे में आपके सामने कॉम्पिटिशन निश्चित रूप से बढ़ा है। इस बारे में आप क्या सोचते हैं और इसको टेकल करने के लिए कोई खास योजना? जवाब: मुझे लगता है कि न्यू प्रोडक्ट पर फोकस करना, मार्केट की जरूरतों को सुनकर, समझकर और उसी अनुसार लोगों को प्रोडक्ट्स मुहैया कराने पर हमारा फोकस है। इसके साथ ही एक्सपोर्ट मार्केट काफी बड़ा हो गया है। इस साल हम करीब 10 लाख हेलमेट एक्सपोर्ट करेंगे। करीब 10 कंपनियों में हम अपने हेलमेट एक्सपोर्ट करेंगे। ये भी पढ़ें- सवाल: Steelbird, Vega, Royal Enfield, Wrangler, MT, Axor, Gliders जैसी कंपनियों के हेलमेट से आपका प्रोडक्ट कैसे बेहतर है, लोग जानना चाहते हैं? जवाब: हेलमेट में सबसे जरूरी पार्ट है थर्मोकोल, जो कि सेफ्टी इक्विपमेंट है। हम खुद थर्मोकोल डिवेलप कर रहे हैं और सेफ्टी पर जोर दे रहे हैं, जो कि हमारे लिए प्लस पॉइंट है। इसके साथ ही हम रिसर्च एंड डिवेपलमेंट पर काफी फोकस कर रहे हैं। साथ ही इस कोशिश में हैं कि लोगों को उनकी जरूरत अनुसार हेलमेट मिले, जो लेटेस्ट टेक्नॉलजी से लैस हो। ये भी पढ़ें- सवाल: आप स्टड्स के हेलमेट और राइडिंग गियर की रेंज बताएंगे?जवाब: हमारे दो ब्रैंड हैं- एक है Studds और दूसका SMK है। स्टड्स हेलमेट की रेंज शुरू होती है 800 रुपये और ये जाती है 2200 रुपये तक। वहीं एसएमके की स्टार्टिंग रेंज है 3000 और वो जाती है 15000 तक। एसएमके प्रीमियम ब्रैंड है।
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