नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने भारतीय को काफी नुकसान पहुंचाया है। दरअसल पिछले साल कोविड-19 के कारण लगाए गए लॉकडाउन से वाहन कंपनियों का प्रोडक्शन और सप्लाई दो महीनों तक पूरी तरह से ठप रहा। इसके चलते बिक्री में भारी गिरावट दर्ज की गई। यही कारण है कि साल 2020 में हुई पैसेंजर पिछले 10 सालों में सबसे निचले स्तर पर चली गई। आसान भाषा में समझें तो साल 2020 में भारतीय ऑटो सेक्टर को जितना नुकसान हुआ है, उतना पिछले 10 सालों में नहीं हुआ। हम आपको पिछले 10 सालों में हुए पैसेंजर वाहनों की बिक्री के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके बाद आप यह जान सकेंगे कि कोरोना के झटके से भारतीय ऑटो सेक्टर को कितना नुकसान हुआ है। डालते हैं एक नजर... 2010
- साल 2010 में 2,296,335 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2009 की तुलना में इस साल 32 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई थी
- साल 2011 में 2,404,970 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2010 की तुलना में इस साल 5 फीसदी ज्यादा पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- साल 2012 में 2,630,037 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2011 की तुलना में इस साल 9 फीसदी ज्यादा पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- साल 2013 में 2,438,663 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2012 की तुलना में इस साल पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 7 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी
- साल 2014 में 2,519,977 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2013 की तुलना में इस साल 3 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई थी
- साल 2015 में 2,736,88 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2014 की तुलना में इस साल 9 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई थी
- साल 2016 में 2,928,997 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2015 की तुलना में इस साल 7 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई थी
- साल 2017 में 3,190,041 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2016 की तुलना में इस साल 9 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई थी
- साल 2018 में 3,349,284 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2017 की तुलना में इस साल 5 फीसदी ज्यादा बिक्री हुई थी
- साल 2019 में 2,926,766 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2018 की तुलना में इस साल पैसेंजर वाहनों की बिक्री में 13 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई थी
- साल 2020 में 2,427,779 पैसेंजर वाहनों की बिक्री हुई थी
- 2019 की तुलना में पिछले साल 17 फीसदी की भारी गिरावट आई
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